1861 का भारतीय परिषद अधिनियम (Indian Council Act of 1861)

भारतीय परिषद अधिनियम-1861 .भारतीय परिषद अधिनियम-1861 में केंद्र प्रेसिडेन्सीयो एवं विभिन्न प्रांतों में विधान परिषदों की स्थापना। .कॉउन्सिलों में गैर सरकारी सदस्यों की नियुक्ति।

चार्टर एक्ट 1858 (CHARTER ACT 1858)

.चार्टर एक्ट 1858 – भारत का शासन कंपनी के हाथों में से ब्रिटिश सरकार ने ले लिया। .जनरल को वायसराय की उपाधि दी गई भारत में ताज (CROWN) का प्रतिनिधि होगा। .भारत सचिव तथा भारत परिषद की स्थापना की गई। Read More …

चार्टर एक्ट (1853) (CHARTER ACT 1853)

CHARTER ACT 1853- ब्रिटिश संसद को यह अधिकार प्राप्त हो गया कि- वह किसी भी समय कंपनी से भारत का शासन अपनी इच्छा अनुसार वापस ले सकता है। .भारतीय सिविल सेवा सभी के लिए को दी गई। .पहली बार व्यवस्थापिकाओं Read More …

चार्टर एक्ट 1833 (CHARTER ACT 1833)

CHARTER ACT 1833 – .CHARTER ACT 1833- में  बंगाल का गवर्नर जनरल पूरे भारत का गवर्नर जनरल बना दिया गया। .चाय के व्यापार तथा चीन के साथ व्यवहार पर कंपनी के एकाधिकार को समाप्त कर दिया। .कंपनी के ऋणों की जिम्मेदारी Read More …

ब्रिटिश अधिनियम-1813 का चार्टर एक्ट

1813 Charter Act- .1813 Charter Act कंपनी के भारत के साथ व्यापार के एक अधिकार को छीन लिया गया। .भारतीय व्यापार सभी व्यापारियों के लिए खोल दिया। .1813 Charter Act ईसाई मशीनरीओं को भारत में जाकर ईसाई धर्म के प्रचार Read More …

ब्रिटिश संसद-पिट्स इंडिया एक्ट 1784

पिट्स इंडिया एक्ट 1784- .पिट्स इंडिया एक्ट 1784- ने कंपनी की सरकार पर ब्रिटिश संसद का नियंत्रण बढ़ गया । .भारत में प्रशासन गवर्नर जनरल की तथा उसकी 4 के स्थान पर 3 सदस्यों वाली परिषद के हाथों में दे Read More …

रेगुलेटिंग एक्ट 1773 (Regulating Act 1773)

ब्रिटिश भारत का पहला विनियमन अधिनियम – रेगुलेटिंग एक्ट -1773  भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के कामों को नियमित और नियंत्रित के लिए ब्रिटिश सरकार द्वारा उठाया गया पहला कदम था। इसका मतलब यह है कि कंपनी के शासन पर Read More …

बंगाल का विभाजन-

घोषणा- 19 जुलाई 1905 – वाइसराय- लॉर्ड कर्जन एक मुस्लिम बहुल प्रान्त का सृजन करने के उद्देश्य से ही भारत के बंगाल को दो भागों में बाँट दिये जाने का निर्णय लिया गया था। बंगाल-विभाजन 16 अक्टूबर 1905 से प्रभावी Read More …

सविनय अवज्ञा आन्दोलन – शुरुआत-6 अप्रैल, 1930(वाइसराय लॉर्ड इरविन(1926-31))-

दांडी मार्च देश को एकजुट करने के लिए महात्मा गांधी को नमक एक शक्तिशाली प्रतीक दिखाई दिया। 31 जनवरी 1930 को उन्होंने वॉइस राय हीरोइन को एक खत लिखा- इस खत में उन्होंने 11 मांगों का उल्लेख किया था इनमें Read More …

असहयोग आन्दोलन-

असहयोग-आंदोलन – कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन मे- असहयोग आन्दोलन 4 सितंबर 1920 को प्रस्ताव पारित हुआ-(वायसराय-लॉर्ड चेम्सफोर्ड-1916-1921)- गाँधी जी के नेतृत्व मे चलाया जाने वाला यह प्रथम जन आंदोलन था। 1914-1918 के महान युद्ध के दौरान अंग्रेजों ने राष्ट्रपति पर Read More …