Dr. Bhimrao Ambedkar
dr br ambedkar का जन्म: डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर dr br ambedkar का जन्म 14 अप्रैल 1891 महू (मध्य प्रदेश) में हुआ था।
- 6 दिसंबर को हर साल महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- उन्हें भारतीय संविधान निर्माता के नाम से भी जाना जाता है।
- इनके पिता जी रामजी मालोजी सकपाल और माता भीमाबाई थी।
प्राथमिक शिक्षा: सातारा और दापोली
उन्होंने दसवीं(10th) की पढ़ाई एलफिंस्टन स्कूल मुंबई में की थी, और अपनी स्नातक परीक्षा 1912 मुंबई विश्वविद्यालय से की।
प्रमुख शिक्षा एवं शोध
अपनी स्नातकोत्तर (postgraduate) कोलंबिया विश्वविद्यालय, अमेरिका से की।
P.hd की उपाधि भी उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय से 1916 में मिली।
M.sc, D.sc, बार एट लॉ की उपाधि लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से की, कोलंबिया विश्वविद्यालय से L. ld. व उस्मानिया विश्वविद्यालय से डी लिट्. की मानद उपाधि प्राप्त की।
Dr. Bhimrao Ambedkar
सामाजिक एवं धार्मिक योगदान
- मनुस्मृति दहन(1927)
- महाड सत्याग्रह(1928)
- नासिक सत्याग्रह(1930)
- येवला की गर्जना वर्ष(1935)
1927 से 1956 के दौरान मूक नायक, बहिष्कृत भारत, समता जनता, प्रबुद्ध भारत नामक पांच सप्ताहिक एवं पाक्षिक पत्र पत्रिकाओं का संपादन भी किया।
सर्वहित हेतु प्रमुख समाज कार्य/नीतियां:
साउथबरो आयोग के समक्ष राजनीति में दलित प्रतिनिधित्व(1918) के लिए पक्ष रखा।
P.hd. शोध का विषय: ‘ब्रिटिश भारत में प्रातीय वित्त का विकेंद्रीकरण‘।
लंदन में 8 अगस्त, 1930 को एक शोषित वर्ग के सम्मेलन यानी प्रथम गोलमेज सम्मेलन के दौरान आम्बेडकर ने अपनी राजनीतिक दृष्टि को दुनिया के सामने रखा, जिसके अनुसार शोषित वर्ग की सुरक्षा उसके सरकार और कांग्रेस दोनों से स्वतंत्र होने में है।
भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया(RBI) 1935 में स्थापना उनके शोध पर हुई।
13 अक्टूबर 1935 को नासिक के निकट येवला में एक सम्मेलन में बोलते हुए आम्बेडकर ने धर्म परिवर्तन करने की घोषणा की।
जात पांत तोड़क मंडल(1937) लोहार, के अधिवेशन में भाग लिया।
1945 में उन्होंने अपनी पीपुल्स एजुकेशन सोसाइटी के जरिए मुंबई में सिद्धार्थ महाविद्यालय तथा औरंगाबाद में मिलिंद महाविद्यालय की स्थापना भी की।
1951 में महिला सशक्तिकरण का हिंदू संहिता विधेयक पारित का प्रयत्न भी उन्होंने किया।
कर्मचारी भविष्य निधि अधिनियम 1952 भी उनके द्वारा बनाया गया।
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भारतीय संविधान
भारतीय संविधान पूरी तरह से 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था।
संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था।
उन्होंने 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में पांच लाख समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म अपना लिया।
भारत में बौद्ध धर्म को पुनः स्थापित कर अपने अंतिम ग्रंथ ‘द बुद्धा एंड हिस धम्मा’ के द्वारा निरंतर वृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया।
डॉ भीमराव अंबेडकर की मृत्यु 6 दिसंबर 1956 (दिल्ली) में हुई थी।
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