हमीरपुर की भौगोलिक स्थिति- (Hamirpur)
1.उत्तर-पूर्व और पूर्व में – मंडी,
2.पश्चिम और दक्षिण पश्चिम- ऊना,
3.उत्तर में- कांगड़ा,
4. दक्षिण में- बिलासपुर
.हमीरपुर शहर की समुद्र तल से- ऊंचाई –786 M-1100 M
.धार-
तीन मुख्य धार है:-
जख धार | चबूतरा धार | सोलहसिंगी धार |
नादौन से हमीरपुर में प्रवेश करती है | चबूतरा पहाड़िया ब्यास से आगे जारी है, जिसे चंगर के नाम से जाना जाता है, जो बीहड़ और टूटी पहाड़ियों का एक समूह है। | हमीरपुर की सबसे लंबी धार |
हमीरपुर के पूर्व में स्थित है | ऊना में चिन्तपूर्णी और जस्वान धार के नाम से जाना जाता है |
नदिया-
.व्यास नदी- उत्तर में हमीरपुर की कांगड़ा से सीमा बनाती है।
.मान खडड ,कुनाह खडड,बाकर खडड व्यास नदी में मिलती है।
.सुकर खड़्ड ,और मुंडखर खडड, सीर खडड में मिलकर सतलज में मिलती है।
.सुकर खड़्ड-बिलासपुर से 2. मुंडखर खडड मंडी जिले से हमीरपुर की सीमा बनाती है।
इतिहास –
.1687 ई.में- गुरु गोविंद सिंह और बिलासपुर के राजा भीम चंद ने मुगलों को हराया और यह युद्ध “नादौन युद्ध” के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
.बुल्ले शाह ने नादौन के बारे में कहा था “आएगा नादौन जाएगा कौन”।
.1700 ई. में – आलमचंद की मृत्यु के बाद हमीर चंद कांगड़ा के शासक बने।
.1743 ई. में- हमीर चंद ने किले का निर्माण करवाया बाद में यही जिला हमीरपुर कहलाया।
.1700 -1747 ई. में- हमीर चंद ने कांगड़ा पर शासन किया।
.1748 ई.में – राजा अभय चंद ने सुजानपुर की पहाड़ियों पर दुर्ग और किला बनाया जो टिहरा के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
.1761 ई.में- घमण्ड चंद ने सुजानपुर शहर की स्थापना की,और चामुंडा मंदिर का निर्माण करवाया।
.राजा संसार चंद ने सुजानपुर टिहरा को अपनी राजधानी बनाया।
.1793 ई.में- राजा संसार चंद ने सुजानपुर में गौरी शंकर मंदिर का निर्माण करवाया।
.1806 ई.में- गोरखों ने संसार चंद को हमीरपुर के महल मोरियो में हराया।
.1820 ई.में- विलियम मूरक्राफ्ट जॉर्ज ट्रिवेक ने सुजानपुर टिहरा की यात्रा की।
.1823 ई.में- राजा संसार चंद ने नर्वदेश्वर मंदिर बनाया।
.1846 ई.में- नादौन को तहसील मुख्यालय बनाया गया।
.1806-1846 ई. तक – सिखों के नियंत्रण में रहा।
.1806 ई.में- अंग्रेजों के अधीन आ गया।
.1868 ई.में- हमीरपुर को तहसील मुख्यालय बनाया गया।
.1884 ई.में- हमीरपुर किले को तहसील कार्यालय बनाया गया।
.1918 ई.में- यशपाल स्वाधीनता संग्राम में कूदे थे, यशपाल का जन्म भूम्पल में हुआ था।
Hamirpur
जिले का निर्माण –
- .हमीरपुर 1966 ई. से पूर्व पंजाब का हिस्सा था, 1966 में हमीरपुर कांगड़ा जिले की तहसील के रूप में हिमाचल में मिलाया गया।
- .1 सितंबर 1972 ई. को हमीरपुर का जिले के रूप में गठन किया गया।
- विक्टोरिया क्रॉस पाने वाले पहले हिमाचली- लांस नायक लाला राम।
- महत्वपूर्ण बातें-
- .पकाभरों में हिमाचल प्रदेश अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड स्थित है।
- .पकपडोह में आकाशवाणी केंद्र है।
- .ताल में भेड़ प्रजनन केंद्र है।
- .जलाड़ी में दुग्ध अभिसितन केंद्र है।
- .भोरंज के डूंगरी में नवोदय स्कूल है।
- .हमीरपुर में एन.आई. टी. स्थित है।
मेले –
- गसोता मेला ,पीपलू मेला, सायर मेला,हमीर मेला,मारकंडा मेला,अवाहदेवी मेला।
- साक्षारता – 89 .01%(Top in all districts)
- कुल क्षेत्रफल- 1118 वर्ग किलोमीटर
- लिंग अनुपात- 1096
यहां आप हिमाचल प्रदेश के अन्य ज़िलों के बारे में जानकारी ले सकते किन्नौर, शिमला, चम्बा।।।
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