Lucknow Pact in 1916
लखनऊ समझौता
मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली तथा कांग्रेस नेताओं के बीच 1916 ई. समझौता हुआ, जिसके बाद एक सयुंक्त समिति का गठन किया गया
मुस्लिम लीग तथा कांग्रेस का संयुक्त अधिवेशन लखनऊ में हुआ, इसकी अध्यक्षता अम्बिका चरण मजूमदार ने की
इस अधिवेशन में उग्रवादियों को जिन्हें पिछले नौ वर्ष से निष्काषित कर दिया था, उन्होंने कांग्रेस में पुनः प्रवेश किया
Lucknow Pact
मुस्लिम लीग और कांग्रेस के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ
इस समझौते के द्वारा कांग्रेस ने पहली बार मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन मंडल की मांग औपचारिक रूप से स्वीकार कर ली
इस समझौते में उग्रवादियों और उदारवादी को पुनः एक करने में तिलक और एनी बेसेन्ट की भूमिका महत्वपूर्ण थी