SOLAN DISTRICT

जिला सोलन(solan)-

District Solan
Solan Railway Station

here you will get all details of solan district-

1 सितंबर 1972- नालागढ़ अर्की कंडाघाट सोलन को मिलाकर जिले का गठन किया गया,

सोलन का नाम शूलनी देवी के नाम पर पड़ा,शूलनी मेला हर वर्ष जून में लगता है।

मुख्यालय :सोलन (समुद्र तल से ऊंचाई-1463)

कुल क्षेत्रफल: 1936 वर्ग किलोमीटर(3.40% of the total area in Himachal Pradesh ) , साक्षरता दर- 85.02%

भाषाएं: बघाती हण्डूरी ब हिंदी।

पड़ोसी जिले-

(1) सोलन के उत्तर दिशा में शिमला जिला  (2) दक्षिण में पंजाब  (3) हरियाणा का रोपड़ जिला,

(4) पूर्व में सिरमौर जिला   (5)उत्तर पश्चिम में बिलासपुर जिला 

घाटियाँ-

(1) सपरून(सोलन) (2) दून(नालागढ़)  (3) कुनिहार(अर्की)

सोलन जिला का सबसे उपजाऊ घाटी- दून घाटी है।

महत्वपूर्ण तथ्य-

(1) नोनी((solan )) में वाई.एस.परमार बागवानी और वानिकी विश्वविद्यालय है।

(2) कसौली में  केंद्रीय अनुसंधान संस्थान है,जहां पागल कुत्तों के काटने का टीका बनाया जाता है।

(3) 1847 में सर हेनरी लॉरेंस ने कसौली के सनावर में लॉरेंस स्कूल की स्थापना की।

(4) चायल विश्व का सबसे ऊंचा क्रिकेट ग्राउंड है,और चायल महाराजा पटियाली भूपेंद्र सिंह ग्रीष्मकालीन राजधानी थी।

(5) कंडाघाट(solan) मैं महिला पॉलिटेक्निक संस्थान है।

(6) कुनिहार में नवोदय स्कूल है।

(7) डगशाई और सुबाथू मैं सेना की छावनी है।

(8) दाड़लाघाट मजाठल चायल शिल्ली में वन्य जीव अभ्यारण है।

(9)बद्दी हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक शहर है।

(10) परमाणु में एच.पी.एम.पी.सी(hpmpc) प्रोसेसिंग इकाई है।

रियासतों का इतिहास-
बाघल (अर्की) ठकुराई :

(1) बाघल ठकुराई सतलुज की सहायक नदी गंभर घाटी में स्थित है।

(2) इस रियासत की स्थापना अजय देव ने की थी

(3) 1643 में- राणा सभाचन्द ने अर्की शहर की स्थापना कर उसे राजधानी बनाया।

(4)1803 में – राजा जगत सिंह के शासनकाल में गोरखाओं का आक्रमण।

(5)1803 -1815 में – रियासत गोरखाओं के अधीन रही।

(6) 1815 में – रियासत ब्रिटिश सरकार के अधीन आ गयी।

(7) 1857 के विद्रोह में-  राणा किशन सिंह ने अंग्रेज़ो की सहायता की।

(8) 1860 में – राणा किशन सिंह को “राजा “का ख़िताब अंग्रेज़ो ने दिया।

(9) रियासत के जगतगढ़ का आधुनिक नाम “जतोग ” है।

बघाट ठकुराई-

(1) इस रियासत की स्थापना बसंतपाल ने की थी,राणा इंदरपाल ने रियासत का नाम बाघाट रखा।

(2) 1790 में – रियासत बिलासपुर से स्वंतत्र हुई।

(3) 1849 में – लॉर्ड डलहौज़ी की लैप्स निति के कारण ब्रिटिश सरकार के अधीन आ गयी।

(4) 1862 में – राणा दलीप सिंह ने रियासत की राजधानी बोछ से सोलन बदली।

(5)1911-1948 – अंतिम राजा राणा दुर्गा सिंह।

कुनिहार ठाकुराई :

(1) इस रियासत की स्थापना अभोज देव ने 1154 ई. में की थी,राजधानी हाटकोटी थी।

(2) रियासत के अंतिम शासक राव हरदेव थे।

बेजा ठाकुराई:

(1) इस रियासत की स्थापना राजा ढोल पाल के वंशज ने की थी।

(2) 1790 में-  रियासत कहलूर से स्वतत्र हुई।

मांगल ठाकुराई:

मांगल ठाकुराई बिलासपुर के उत्तर में सतलुज नदी के किनारे स्थित है।

इस रियासत की स्थापना राजा मंगल सिंह ने की थी।

महलोग ठाकुराई:

इस रियासत की स्थापना हरिचंद ने की थी,1240 ई.में – रियासत का नाम मंगल सिंह के नाम पर पड़ा।

हण्डूर(नालागढ़) रियासत:

(1) हण्डूर – नालागढ़ राज्य सतलुज की सहायक नदी सिरसा नदी घाटी में स्थित है। 

(2) इस रियासत की स्थापना अजय चंद ने 1100 ई.में की थी।

(3) 1398 ई.में- तैमूर लंग का भारत पर आक्रमण ,राजा आलम चंद में तैमूर लंग की सहायता की जिसके बदले तैमूर ने राज्य को हानि नहीं पहुंचाई।

(4) 1421- राजा विक्रमचन्द द्वारा नालागढ़ शहर की स्थापना।

(5)1522 ई.में – रामचंद द्वारा “रामगढ” किले का निर्माण।

(6) 1712 ई.में- “अजमेर गढ़” किला राजा अजमेर चंद ने बनवाया।

(7) 1814-राजा राम शरण ने डेविड ऑक्टरलोनी के साथ मिलकर हण्डूर से गोरखाओं को निकाला।

(8) 15 मई 1815 ई.में- रियासत के मलौण किले में अमर सिंह सपा ने आत्मसमर्पण किया।

(9) 1966 में- नालागढ़ को हिमाचल प्रदेश में मिलाया गया।

(10) बद्दी हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक शहर है।

(11) परमाणु में एचपी एमपीसी प्रोसेसिंग इकाई है।

अर्थव्यवस्था:
  • सोलन जिला में औद्योगिकरण की गतिविधियां वर्ष 1972 में इसके अस्तित्व में आने के पश्चात प्रारंभ हुई।
  • जिला के परमाणु,नालागढ़,बरोटीवाला बद्दी और सोलन में उद्योग स्थापित प्रारंभ होने लगे।
  • सोलन: मोहन (मीकिन्स )ब्रुरी :  1820 के लगभग कर्नल रीनॉल्ट एडवर्ड हैरी (जलियांवाला बाग का हत्यारा) के पिता एडवर्ड अब्राहम डायर ने भारत में पहली ब्रुरी कसौली में स्थापित की।
  • भारत में प्रथम बार बियर का उत्पादन शुरू हुआ।
  • यह लाइन के नाम से प्रसिद्ध थी अंग्रेज सैनिकों एवं अधिकारियों के लिए गर्मी से बचने का एक अच्छा पेय पदार्थ भी।
  • सोलन को मशरूम सिटी के नाम से भी जाना जाता है, यहां पर मशरूम अनुसंधान संस्थान है।
  • दाड़लाघाट में अंबुजा सीमेंट की फैक्ट्री है।

 

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