Fibre and Fabrics
Chapter 3 class 6th science कपड़े(fabris) तागे(yarns) से बने होते हैं और तागे, तंतुओं(fibers) से बने होते हैं।
यानी कि तंतु-से-तागा-से-कपड़ा कुछ वस्त्रों, जैसे सूती, जूट, रेशमी तथा ऊनी के तंतु पादपों तथा जंतुओं से प्राप्त होते हैं इन्हें प्राकृतिक तंतु कहते हैं रूई तथा जूट पादपों से प्राप्त होने वाले तंतुओं के उदाहरण है।
ऊन तथा रेशम जंतुओं से प्राप्त होते हैं।
ऊन, भेड़ अथवा बकरी की कर्तित ऊन से प्राप्त होती है।
इसे खरगोश, याक तथा ऊंटों के बालों से भी प्राप्त किया जाता है रेशमी तंतु रेशम कीट कोकून से खींचा जाता है।
हजारों वर्ष तक वस्त्र निर्माण के लिए केवल प्राकृतिक तंतुओं का ही उपयोग होता था।
synthetic fibre
पिछले लगभग 100 वर्षों से ऐसे रासायनिक पदार्थों जिनका स्त्रोत पादप अथवा जंतु नहीं है से, तंतुओं का निर्माण किया जा रहा है।
इन्हें संश्लिष्ट तंतु(synthetic fiber) कहा जाता है, संश्लिष्ट तंतु के कुछ उदाहरण पॉलिएस्टर नायलॉन और एक्रिलिक हैं।
कपास के बोलों (गांठें) से, कपास आमतौर पर हाथ से उठाया जाता है। फिर तंतुओं को मिलाकर बीजों से अलग किया जाता है।
इस प्रक्रिया को कपास की जिनिंग (कपास ओटना)कहा जाता है। पारंपारिक ढंग से कपास हाथों से ओटी जाती थी।
आजकल कपास ओटने के लिए मशीनों का प्रयोग भी किया जाता है।
कपास की खेती सामान्यता काली मिट्टी वाले और गर्म क्षेत्र में होती हैं जिनमें गुजरात, उड़ीसा, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश,कर्नाटक प्रमुख राज्य शामिल है
कपास के फल को कपास गोलक कहते हैं परिपक्वता के बाद गोलाक फटते हैं और बीजों को कपास तंतुओं से घिरा देखा जा सकता है।
पटसन(Jute) तंतु को पटसन पादप के तने से प्राप्त किया जाता है।
भारत में इसकी खेती वर्षा-ऋतु में की जाती है भारत में पटसन को प्रमुख रूप से बिहार ,पश्चिम बंगाल तथा असम में उगाया जाता है।
तंतुओं से तागा बनाने की प्रक्रिया को कताई कहा जाता है,इसमें कपास तंतुओं को एठते जिससे वे मिलकर तागो का निर्माण करते हैं।
तकली नाम के उपकरण को प्रयोग में लाते हैं।
कताई के लिए एक सरल युक्ति ‘हस्त तकुआ‘ का उपयोग किया जाता है,जिसे तकली कहते हैं।
हाथ से प्रचलित कताई में उपयोग होने वाली एक अन्य युक्ति चरखा है।
चरखे के उपयोग को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता आंदोलन के एक पक्ष के रूप में लोकप्रियता प्रदान की गई।
खादी के प्रचलन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने 1956 में एक संगठन का निर्माण किया जिसे खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग कहते हैं।
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खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग एक वैधानिक निकाय(statutory body) है यह खादी एवं ग्रामोद्योग एक्ट 1956 के तहत बना।
यह सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
तागे से वस्त्र बनाने की दो मुख्य प्रक्रियाएं होती है,बंधाई(Weaving ) और बुनाई(Knitting) बंधाई में तागे के 02 सेट को क्रम में साथ लगाकर कपड़ा बनाते हैं जबकि बुनाई में कपड़ा बनाने में तागे का 01 सेट कर इस्तेमाल होता है।
प्रश्न: जूट पौधों की जड़ों से प्राप्त होता है?
उत्तर: नहीं, जूट पौधों के तने से प्राप्त होता है।
प्रश्न: कपास और जूट किस तंतुओं के उदाहरण हैं?
उत्तर: प्रकृति तंतु
प्रश्न: नारियल के रेशे से बनने वाली दो वस्तुओं के नाम लिखिए?
उत्तर: (i) रस्सियाँ (ii) मत्स
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class 6th chapter 1 and 2 (Science)