russia and ukraine war 2022
russia and ukraine war reason-
रूस यूक्रेन पर हमला क्यों कर रहा है और पुतिन क्या चाहते हैं?
पिछले साल राष्ट्रपति पुतिन ने रूस और यूक्रेनियन को “एक राष्ट्र” के रूप में वर्णित एक लंबा पत्र लिखा था, और उन्होंने दिसंबर 1991 में सोवियत संघ के पतन को “ऐतिहासिक रूस के विघटन” के रूप में वर्णित किया है।
उन्होंने दावा किया है कि आधुनिक यूक्रेन पूरी तरह से कम्युनिस्ट रूस द्वारा बनाया गया था और अब यह एक कठपुतली राज्य है, जो पश्चिम द्वारा नियंत्रित है।
यह भी तर्क दिया है कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है, तो गठबंधन क्रीमिया पर फिर से कब्जा करने की कोशिश कर सकता है।
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि “आइए कल्पना करें कि यूक्रेन नाटो का सदस्य है और इन सैन्य अभियानों को शुरू करता है।
क्या हमें नाटो गुट के साथ युद्ध करना चाहिए? क्या किसी ने इसे कोई विचार दिया है? स्पष्ट रूप से नहीं”
लेकिन रूस सिर्फ यूक्रेन पर केंद्रित नहीं है।
यह मांग करता है कि नाटो 1997 से पहले की अपनी सीमाओं पर लौट आए।
पुतिन चाहते हैं कि नाटो 1997 से गठबंधन में शामिल होने वाले सदस्य देशों से अपनी सेना और सैन्य बुनियादी ढांचे को हटा दे और “रूस की सीमाओं के पास हमले के हथियारों” को तैनात न करे।
इसका अर्थ है मध्य यूरोप, पूर्वी यूरोप और बाल्टिक।
राष्ट्रपति पुतिन की नज़र में, पश्चिम ने 1990 में वादा किया था कि नाटो “पूर्व में एक इंच भी नहीं” का विस्तार करेगा, लेकिन फिर भी ऐसा किया।
यह सोवियत संघ के पतन से पहले था, हालांकि, तत्कालीन सोवियत राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव से किए गए वादे ने केवल पूर्वी जर्मनी को एक पुनर्एकीकृत जर्मनी के संदर्भ में संदर्भित किया था।
श्री गोर्बाचेव ने बाद में कहा कि उस समय “नाटो विस्तार के विषय पर कभी चर्चा नहीं की गई”।
russia and ukraine war 2022
Table of contents
नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति पुतिन से क्या कहा | पुतिन के साथ टेलीफोन पर बात की |
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रूस की यात्रा पर | अमेरिका ने पाकिस्तान पर $55 करोड़ million का जुर्माना |
तीसरे विश्व युद्ध की आशंका | अगर अमेरिका इस युद्ध में कूदा तो |
दुनिया के शेयर बाजार पर असर | मार्केट कैप के लिहाज से टॉप गिरावट वाली कंपनियां |
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से क्या कहा
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार यानी कि 24 फ़रबरी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बात की।
- 25 मिनट की इस बातचीत में मोदी ने भारत की कई चिंताओं से पुतिन को अवगत कराया।
- मोदी ने पुतिन से हिंसा खत्म करने को कहा।
- पुतिन ने प्रधानमंत्री को यूक्रेन के संबंध में हाल के घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी।
- प्रधानमंत्री ने अपने लंबे समय से दृढ़ विश्वास को दोहराया कि रूस और नाटो समूह के बीच मतभेदों को केवल बातचीत के माध्यम से ही सुलझाया जा सकता है।
23 साल में पहली बार कोई प्रधानमंत्री पाकिस्तान से रूस की यात्रा पर गया
- जी हां हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री वजीर ए आजम इमरान खान की।
- पाकिस्तान के प्रधान मंत्री कहते हैं, ‘यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच वह मैस्को में उतरते ही इतना उत्साह’।
- रूस में इमरान ख़ान को जोश आता है लेकिन पाकिस्तानियों को लगता है कि प्रधानमंत्री दोधारी तलवार के पास जाते हैं।
- कहने का मतलब यह है कि वजीर ए आजम इमरान खान की रूस यात्रा उन्हीं पर ही कितनी भारी पड़ेगी यह शायद वह खुद भी नहीं जानते।
- अमेरिका ने पाकिस्तान पर $55 करोड़ million का जुर्माना लगाया है।
तीसरे विश्व युद्ध की आशंका
- अगर अमेरिका इस युद्ध में कूदा तो तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बनी हुई है।
- हालांकि इसकी संभावना बहुत कम है लेकिन हम इसे पूरी तरह से खारिज नहीं कर सकते।
दुनिया के शेयर बाजार पर असर
- यूक्रेन के खिलाफ शुरू हुई रूस की सैन्य कार्रवाई का पूरी दुनिया के शेयर बाजार पर जबरदस्त असर पड़ा है।
- रूस का शेयर बाजार 45% गिरा है।
- कच्चे तेल की कीमत $105 प्रति बैरल।
- सोने की कीमतें 3% बढ़ गई है।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 2,084.33 अंक तक लुढ़क गया है।
russia and ukraine war 2022
युद्ध के पहले दिन कितना नुकसान हुआ
रूस के हमले से दो साल में सबसे बड़ा सेंसेक्स क्रैश; निवेशकों को 13.6 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
भारत के उद्योग पतियों की बात करें तो मुकेश अंबानी को रु21820 करोड़ का नुकसान हुआ है।
गौतम अडानी को रु9782 करोड़ का नुकसान हुआ है।
नाम | नुकसान |
एलन मस्क | 10,0000 करोड़ |
बर्नार्ड अरनॉल्ट | 6622 करोड़ |
जेफ बेजोस | 41390 करोड़ |
बिल गेट्स | 12793 करोड़ |
वारेन बफेट | 10535 करोड |
मार्केट कैप के लिहाज से टॉप गिरावट वाली कंपनियां
कंपनी | घाटा |
TCS | 53,000 करोड |
HDFC | 46000 करोड |
Infosis | 28,000 करोड |
HUL | 21,000 करोड |
रूस-यूक्रेन जंग से पैलेडियम महंगा हो सकता है।
दुनिया की सबसे कीमती धातु है पैलेडियम, जो अब दुनिया की चार सबसे महंगी धातुओं की सूची में अव्वल है।
आपको बता दें कि गोल्ड और प्लेटिनम से बहुत महंगा होता है पैलेडियम
4 ग्राम की पैलेडियम ज्वेलरी की कीमत 1.69 लाख रुपए होती है।
85% पैलेडियम का इस्तेमाल गाड़ियों की उत्सर्जन प्रणाली में होता है, जो हानिकारक तत्व को co2 और भाप में बदलते हैं।
इसका इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक, जूलरी और दंत चिकित्सा में भी होता है।
रूस और यूक्रेन की लड़ाई से ग्लोबल मार्केट पर दबाव है अमेरिका का नैस्डेक टॉप से 20% टूटा है।
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