सौरमंडल-
- सौरमंडल की खोज 16 वीं शताब्दी में निकोलस कॉपरनिकस ने की थी।
- इसमें सूर्य के साथ 8 ग्रह, उनके उपग्रह, कुछ शुद्र ग्रह, तथा बड़ी संख्या में धूमकेतु सम्मिलित हैं।
“साइरस या डॉग स्टार ” सौरमंडल का सबसे चमकीला तारा है।
ग्रहों का विवरण-
- सौरमंडल के ग्रहों को दो अलग-अलग श्रेणियों में रखा गया है-
(1). स्थलीय ग्रह (Terrestrial) (2). गैस दानव ग्रह (Gas Giants)
(1). स्थलीय ग्रह-
- सूर्य के निकटतम 4 ग्रहों को स्थलीय ग्रह कहा जाता है, क्योंकि उनमें पृथ्वी की तरह विशेषताएं हैं, विशेषकर उनकी चट्टानी संरचना।
- लेकिन चार स्थलीय ग्रहों में से प्रत्येक में विशिष्ट विशेषताएं हैं जो इसे सौर मंडल में अपने पड़ोसियों से अलग करती हैं।
यह चार ग्रह है-
(1). बुध (2). शुक्र (3). पृथ्वी (4). मंगल
(1). बुध
- सूर्य के सबसे नजदीक का ग्रह।
- 88 दिनों में सूर्य की परिक्रमा करता है।
- धुरी(axis) पर घूमने का समय 59 दिन है।
- इसका कोई उपग्रह नहीं है।
- वायुमंडल का अभाव है तथा चंद्रमा के समान दिखता है।
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शुक्र ग्रह-
(1). यह सबसे अधिक चमकीला ग्रह है,जिसे भौर का तारा,या शाम का तारा भी कहते है।
(2). इसे पृथ्वी की बहन या पृथ्वी का जुड़वां ग्रह कहा जाता है क्योंकि आकार और द्रव्यमान में यह पृथ्वी के लगभग बराबर है।
(3). 224.7 दिनों में सूर्य की परिक्रमा करता है,इसका कोई उपग्रह नहीं है।
(4). अपने अक्ष पर 243 दिन में पूर्व से पश्चिम दिशा में घूर्णन करता है।
(5). इसके वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड (97%) की प्रचुरता है जो एक ग्रीनहाउस गैस है।
(6). इसकी सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करने की क्षमता(Albedo Power) 70% है इसी कारण यह सबसे चमकीला ग्रह है।
(3). पृथ्वी-
- पृथ्वी सौर परिवार का पांचवां बड़ा ग्रह है।
- इसके 71% भाग पर जल तथा 29% भाग पर स्थल है।
- जल की उपस्थिति के कारण इसे नीला ग्रह (Blue Planet) भी कहा जाता है।
- इसके वायुमंडल में नाइट्रोजन ऑक्सीजन CO2 एवं ऑर्गन गैस प्रमुख रूप से पाई जाती हैं ऑक्सीजन को “प्राण वायु” कहा जाता है, इसी से जीवन संभव है।
- यह अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है।
- पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती रहती है जिसे पृथ्वी का घूर्णन या दैनिक गति कहते हैं इसके कारण दिन रात होते हैं।
- इसकी घूर्णन गति 1610 किलोमीटर प्रति घंटा है।
- अक्ष पर घूमने का समय 23 घंटे 56 मिनट हैं।
- पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमने के साथ-साथ सूर्य के चारों ओर एक मार्ग पर परिक्रमण करती है।
- सूर्य की परिक्रमा को पूरा करने में पृथ्वी को 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट का समय लगता है।
- इसी 5 घंटे 48 मिनट की वजह से प्रत्येक 4 वर्ष में 1 दिन की वृद्धि हो जाती है और उस वर्ष में 366 दिन होते हैं इसे लीप वर्ष कहते हैं।
- पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चंद्रमा है।
- भूमध्य रेखा पर दिन रात की अवधि समान होती है।
- औसत ब्यास- 12,734 किलोमीटर
- पृथ्वी की अनुमानित आयु- 4.6 अरब वर्ष
सर्वाधिक ऊंचा स्थान- माउंट एवरेस्ट
समुद्र का सबसे गहरा भाग- मेरियाना गर्त (Mariana Trench,प्रशांत महासागर)
पृथ्वी से न्यूनतम दूरी (पेरिहेलियन):147 मिलियन कि.मी (3 जनवरी)
पृथ्वी (एफ़ेलियन) से अधिकतम दूरी: 152.1 मिलियन कि.मी (4 जुलाई)
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(4). मंगल-
(1). इसे लाल ग्रह भी कहते हैं, क्योंकि इसकी सतह आयरन ऑक्साइड के कारण लाल होती है।
(2). मंगल की लौह युक्त मिट्टी इसे एक लाल चमक प्रदान करती है।
(3). अक्ष पर घूमने का समय 24.7 घंटे हैं।
(4). 686 दिनों में सूर्य की परिक्रमा करता है।
(5). इसके दो उपग्रह हैं- फोबोस तथा डीमोस(सबसे छोटा उपग्रह )
(6). सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिपस मेसी एवं सबसे ऊंचा पर्वत निक्स ओलंपिया है, जो माउंट एवरेस्ट से 3 गुना ऊंचा है।
क्षुद्रग्रह बेल्ट-
यह मंगल और बृहस्पति की कक्षाओं के बीच स्थित है, सूरज की परिक्रमा करने वाली एक विस्तृत बेल्ट है जिसमें शायद लाखों क्षुद्रग्रह हैं।
सेरेस(Ceres), एक क्षुद्रग्रह जो हाल ही में एक ड्वार्फ ग्रह में उन्नत हुआ, यह भी यहाँ पाया जाता है।
(2). गैस दानव ग्रह
वे ग्रह जो क्षुद्रग्रह बेल्ट के दूसरी ओर सूर्य की परिक्रमा करते हैं, बाहरी ग्रह कहलाते हैं।
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बाहरी ग्रह में चार हैं-
(1). बृहस्पति (2). शनि (3). अरुण (4). वरूण
(1). बृहस्पति-
- हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह।
- बृहस्पति के अपने 67 उपग्रह है, जो इसकी परिक्रमा करते रहते हैं, इनमें प्रमुख हैं-
लॉ, यूरोपा, गेनीमेड, कलिस्टो, गैनीमेड सौरमंडल का सबसे बड़ा चंद्रमा है।
- यूरोपा में एक बर्फीली सतह है, जो तरल पानी से भरी हो सकती है, इसकी संभावना है कि यहाँ पर एक दिन किसी प्रकार के जीवन-सूत्र की खोज हो सकती हैं।
- अक्ष पर घूमने का समय 9.8 घंटे हैं।
- 11.86 वर्ष में सूर्य की परिक्रमा करता है।
- बृहस्पति पर एक विशालकाय लाल धब्बे(Great Red Spot) की खोज पायनियर अंतरिक्ष अभियान द्वारा हुई।
- यह धब्बे अशांत बादल के सूचक हैं, इस ग्रह से रेडियो तरंगे प्रसारित होती हैं।
- बृहस्पति के वायुमंडल में हाइड्रोजन हीलियम गैसों की प्रधानता है यह ग्रह मुख्यतः गैस एवं द्रव से मिलकर बना है।
(2). शनि-
- शनि सौर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
- यह आकाश में पीले तारे के समान नजर आता है।
- इसके चारों ओर वलय (Rings) का होना कि इसकी प्रमुख विशेषता है।
- शनि की परिक्रमण अवधि 29.46 वर्ष है और घूर्णन की अवधि 10.2 घंटे है।
- शनि के अपने 82 उपग्रह है, जो इसकी परिक्रमा करते है।
- इसका सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है, इसके वायुमंडल में ज्यादातर नाइट्रोजन पाई जाती है।
- यह सबसे कम घनत्व (0.7) वाला ग्रह है।
इसके रसायनिक संगठन में मुख्यतः-
हाइड्रोजन और हीलियम तथा कुछ मात्रा में मीथेन और अमोनिया होती है।
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(3). अरुण-
- इस ग्रह की खोज 1781 ई. में सर विलियम हरशल ने की थी।
- अरुण का परिक्रमण भी शुक्र की तरह पूर्व से पश्चिम (Clockwise)होता है जबकि अन्य सभी ग्रह पश्चिम से पूर्व(Anticlockwise) परिक्रमण करते हैं।
- इसके चारों ओर 9 वलय हैं, जिनमे 5 वलयों के नाम- अल्फ़ा, बीटा, गामा, डेल्टा, एवं इपिसलॉन, है।
- यह ग्रह नीले हरे रंग को उत्सर्जित करता है, क्योंकि यहां मिथेन गैस पाई जाती है।
- इसे लेटा हुआ ग्रह भी कहते हैं क्योंकि यह अपनी धुरी पर सूर्य की ओर इतना झुका हुआ है कि लेटा हुआ सा दिखाई देता है।
इसके 27 उपग्रह है, इनमें प्रमुख हैं-
मिरांडा,एरियल , उम्ब्रिएल , टिटानिया
- इसकी मध्य रेखा अपने कक्ष के साथ के साथ 980 का कोण बनाती है।
- 84 वर्ष में सूर्य की परिक्रमा पूरा करता है।
(4). वरूण-
- मिथेन गैस के होने के कारण यह धुंधला हरे-रंग का दिखाई देता है।
- इसकी खोज 1846 ई में जर्मन खगोलीय जोहान गाल्लैं ने की थी।
- वाइजर-2 अभियान में इसके 5 वलयों का पता लगाया था।
- सूर्य की परिक्रमा 164 वर्षों में पूरा करता है, और अपने अक्ष में 16 घंटे में पूरा चक्कर लगाता है।
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